ऊधो मैंने सब कारे अजमाए लिरिक्स


ऊधो मैंने सब कारे अजमाए
कारे केस जतन सों राखे, इतर फुलेल लगाए,
वे कारे नहीं भए आपने, श्वेत रूप दरसाए ॥
ऊधो मैंने सब कारे अजमाए।

कागा के सुत कोयल पाले, हित सों नेह लगाए,
वे कारे नहीं भए आपने, अपने कुल को धाए ॥
ऊधो मैंने सब कारे अजमाए।

कारे नाग पिटारिन पाले, हित सों दूध पिलाए,
वे कारे नहीं भए आपने, दाँव पड़े डस खाए ॥
ऊधो मैंने सब कारे अजमाए।

कारे कान्ह हिया में राखे, निसदिन लगन लगाए,
वे कारे नहीं भए आपने, कुब्जा पे भरमाए ॥
ऊधो मैंने सब कारे अजमाए।