All Bhagwat Katha Vachak Name List

Complete Bhagwat Katha Vachak name list in India all time , सभी भागवत कथा वाचक नाम की सूची

Katha Vachak Name Photo Details
1. श्री राम भद्राचार्य जी महाराज Shri Ram Bhadracharya ji maharaj राम भद्राचार्य जी भागवत कथा वाचक हैं जो भागवत पुराण के प्रमुख वाचकों में से एक हैं। उनके प्रवचनों से लोग आध्यात्मिक ज्ञान, धार्मिक भावना और प्रेम का आनंद लेते हैं।
राम भद्राचार्य जी की भागवत कथा विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती है और वे भागवत पुराण के प्रमुख अध्यायों, लीलाओं और तत्त्वों का गहराई से विवरण करते हैं।
राम भद्राचार्य जी के प्रवचनों का सुनने से लोग आध्यात्मिक संतोष, मनोयोग, और प्रेम की अनुभूति करते हैं। उनकी सरल भाषा, आकर्षक वाणी, और उच्चस
2. मुरारी बापू Murari Bapu मुरारी बापू भागवत कथा वाचक हैं जो आध्यात्मिक जगत में अपनी पहचान बनाए हुए हैं। वे श्रीमद् भागवत पुराण के प्रवचन करके लोगों के मन, आत्मा और जीवन को प्रभावित करते हैं।
मुरारी बापू की भागवत कथा का आयोजन भारत और विदेशों में किया जाता है और उनके प्रवचन संगठनित रूप से व्यापक माध्यमों के माध्यम से पहुंचाए जाते हैं। मुरारी बापू के प्रवचनों में भाग लेने से लोग आत्मिक संतोष और आध्यात्मिक विकास की अनुभूति करते हैं। उनकी सरल भाषा, विशेष रूप से हास्य के तालमेल से भरी प्रवचन शृंगार भावना, प्रेम
3. मृदुल कृष्ण शास्त्री mridul krishna satri ji मृदुल कृष्ण शास्त्री भागवत कथा वाचक हैं जो भागवत पुराण के अद्वितीय वाचकों में से एक हैं। उनके भागवत कथा प्रवचन लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान और आनंद का अनुभव कराते हैं।
मृदुल कृष्ण शास्त्री भागवत कथा का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया जाता है और वे भागवत पुराण के महत्वपूर्ण प्रमाणों, लीलाओं, और तत्त्वों को गहराई से समझाते हैं।
मृदुल कृष्ण शास्त्री के प्रवचन भक्तों
4. प्रेम भूषण जी महाराज prem bhusan ji maharaj प्रेम भूषण जी महाराज भागवत कथा वाचक हैं जो भागवत पुराण की महिमा को लोगों तक पहुंचाने में अद्वितीय माने जाते हैं। उनके प्रवचन से आध्यात्मिक ज्ञान, धार्मिक भावना और दिव्यता का अनुभव होता है।
प्रेम भूषण जी महाराज की भागवत कथा विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती है और वे भागवत पुराण के महत्वपूर्ण अध्यायों और लीलाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हैं।
प्रेम भूषण जी महाराज के प्रवचन में सुनने वाले लोग आध्यात्मिक उत्साह, भक्ति और प्रेम का आनं
5. धीरेन्द्र शास्त्री जी dhirendra shastri ji धीरेन्द्र शास्त्री जी एक प्रमुख भागवत कथा वाचक हैं जिन्हें उनकी अद्वितीय वाणी और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए पहचाना जाता है। उनके प्रवचन से लोगों को भक्ति, धार्मिक उत्साह, और आत्मिक संतोष की अनुभूति होती है।
धीरेन्द्र शास्त्री जी की भागवत कथा विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती है और वे भागवत पुराण के महत्वपूर्ण अध्यायों, लीलाओं और तत्त्वों का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हैं। उनके प्रवचनों में गीत, कथा, और ध्यान की महिमा को अद्वितीय ढंग से प्रस्तुत किया जाता है।
6. पंडित सुरेश मिश्रा जी महाराज pandit suresh mishra ji maharaj पंडित सुरेश मिश्रा जी महाराज एक प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक हैं, जिन्हें भागवत पुराण, राम कथा और श्रीमद्भागवत के प्रवचनों के लिए जाना जाता है। उनके प्रवचनों से लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान, धार्मिक भावना, और आनंद की अनुभूति होती है। पंडित सुरेश मिश्रा जी महाराज भागवत कथा, राम कथा और श्रीमद्भागवत के विषय में विशेषज्ञ हैं। उनके प्रवचनों में भगवान श्रीकृष्ण, भगवान राम, और वैदिक धर्म के महत्वपूर्ण तत्त्वों का विवरण होता है। पंडित सुरेश मिश्रा जी महाराज के प्रवचन आमतौर पर भागवत कथा, राम कथा, और श्रीमद्भागवत की महाकाव्यिका पर केंद्रित होते हैं। उनकी विशेष रुचि और ज्ञानवर्धक वाणी सुनकर लोग आत्मिक संतोष, धार्मिक उन्नति, और सच्ची भक्ति का अनुभव करते हैं।
7. देवकीनंदन ठाकुर जी bhagwat katha vachak devki nandan thakur ji देवकीनंदन ठाकुर जी का नाम सुनते ही हमें भक्ति और आध्यात्मिकता की ऊँचाइयों की ओर एक अद्भुत सफल यात्रा का ख्याल आता है। वे एक महान धार्मिक गुरु और साधक थे जो अपने जीवन को समर्पित कर भगवान की सेवा में लगे रहे। देवकीनंदन ठाकुर जी का जन्म 12 जनवरी 1978 को हुआ था। वे अपने बचपन से ही आध्यात्मिक रूप से प्रेरित थे और बाल्यकाल से ही भगवद गीता और वेदों का अध्ययन करने लगे थे। जब वे छह वर्ष के थे, तो उन्होंने घर छोड़कर वृंदावन की ओर यात्रा की, जहां उन्होंने अपने आत्मा के साथ भगवान के साक्षात्कार का अनुभव किया। उन्होंने वहां ब्रज के रासलीला संस्थान में जाकर भगवान की भक्ति में रूचि लिए और वहां से उनका सच्चा आध्यात्मिक सफर शुरू हुआ। देवकीनंदन ठाकुर जी ने अपने जीवन में भगवान की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया और लगभग 26 वर्षों से विभिन्न स्थानों पर भगवत कथा का प्रवचन दिया। उनके भजन और प्रवचन सुनकर लोग आत्मा को शांति और आनंद का अहसास करते हैं। देवकीनंदन ठाकुर जी राधा सर्वेश्वर जी के प्रेमी और उनके भगवद प्रेम में लीन रहे। उनका संदेश हमें यह सिखाता है कि भगवान के प्रेम में रहकर ही हम असली आनंद और शांति का अनुभव कर सकते हैं।
8. जया किशोरी bhagwat katha vachak jaya kishori जया किशोरी एक गौड़ ब्राह्मण परिवार से आती हैं और 13 जुलाई 1995 को राजस्थान के एक छोटे से गांव सुजानगढ़ में जन्मी। जया किशोरी की माता का नाम गीता देवी हरितपाल और पिता का नाम राधे श्याम हरितपाल है। चेतना शर्मा जया किशोरी की बहन है। जया की शादी अभी नहीं हुई है। बात करें जया किशोरी की शिक्षा की, तो वह बीकॉम है। उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान भी प्राप्त किया है। जया का आध्यात्मिक सफर जया किशोरी को परिवार से ही आध्यात्मिक वातावरण मिलना शुरू हुआ। जब जया 6-7 साल की थीं, तो उन्होंने आध्यात्मिक सफर की शुरुआत की। वह बचपन में अपने दादाजी से भगवान कृष्ण के बारे में कहानियां सुनती थीं। मात्र 9 साल की उम्र में जया किशोरी ने लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्तोत्रम्, मधुराष्टकम्रा, शिवपंचाक्षर स्तोत्रम् और दारिद्रय दहन शिव स्तोत्रम् को कंठस्थ याद कर लिया और भजन गाना शुरू कर दिया।

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